
बलिया जिले के 17 ब्लॉकों की 940 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सर्वे कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। कुल 1,26,003 आवेदनों का सर्वे किया गया, जिनमें से 67,605 लोगों ने स्वयं पोर्टल पर आवेदन किया था और बाकी 58,398 परिवारों का सर्वे सरकारी कर्मचारियों द्वारा किया गया।
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तीन बार बढ़ी तिथियां, फिर भी रिकॉर्ड आवेदन
शासन ने पहले सर्वे की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 तय की थी। लेकिन ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों को योजना से जोड़ने के उद्देश्य से इसे पहले 30 अप्रैल, फिर 15 मई 2025 तक बढ़ाया गया।
इस लचीलापन का फायदा यह हुआ कि सेल्फ-सर्वे करने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई और अधिकतर पात्र परिवार खुद आगे आकर योजना से जुड़ सके।
सेल्फ-सर्वे करने वालों की होगी खास जांच
हालांकि जो लोग स्वयं आवेदन कर चुके हैं, उनकी पात्रता को लेकर अब शासन बेहद सतर्क है। इन परिवारों की पुन: जांच के लिए जिले के 103 अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इन अधिकारियों की टीम सीधे आवेदकों के घर जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करेगी और देखेगी कि लाभ के असली हकदार कौन हैं। अपात्र लोगों को योजना से बाहर करने की सख्त तैयारी है। डीडीओ आनंद प्रकाश ने कहा, “पुनः जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और यह रिपोर्ट प्रदेश सरकार के माध्यम से केंद्र को भेजी जाएगी।”
हर जरूरतमंद को मिले पक्का घर
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का मकसद देश के गरीब, बेघर और कच्चे घरों में रहने वाले परिवारों को पक्का मकान देना है। इसके लिए सरकार ने आवास प्लस पोर्टल शुरू किया, जिससे लोग खुद आवेदन कर सकें।
योजना के तहत:
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पात्र परिवारों को पक्का घर
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स्वच्छ शौचालय, बिजली और पानी की सुविधा
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सामाजिक सम्मान और स्थायित्व
आगे क्या?
अब जब सर्वे पूरा हो चुका है और पात्रता की दोबारा जांच हो रही है, तो जल्द ही अंतिम लाभार्थियों की सूची जारी की जाएगी। इसके बाद आवास निर्माण के लिए राशि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू होगी।
अगर आपने भी आवेदन किया है, तो अपने दस्तावेज और पात्रता से जुड़े सभी प्रमाण तैयार रखें। हो सकता है, अगली बार आपका सपना सच हो जाए!
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